गों में भैरव, यमन, भैरवी, मल्हार, बागेश्री, खमाज और श्री शामिल हैं। हर राग का अपना एक विशिष्ट समय होता है, जो दिन के या रात के किसी खास प्रहर में गाया या बजाया जाता है।
भारतीय संगीत के कुछ प्रमुख और लोकप्रिय राग:
- भैरव: एक प्रसिद्ध राग जो शिशिर ऋतु में गाया जाता है।
- यमन: शाम को गाया जाने वाला एक राग।
- भैरवी: रागों में से एक जो अक्सर गाया जाता है।
- मल्हार: वर्षा ऋतु के आसपास गाया जाने वाला राग।
- बागेश्री: एक लोकप्रिय राग।
- खमाज: एक और लोकप्रिय राग।
- श्री: एक प्रमुख राग।
- दीपक: ग्रीष्म ऋतु में गाया जाने वाला एक राग।
- मेघ: वर्षा ऋतु में गाया जाने वाला एक राग।
- बसंत: एक राग जो बसंत ऋतु से जुड़ा है।
रागों के प्रकार:
रागों को स्वरों की संख्या के आधार पर तीन मुख्य प्रकारों में बांटा गया है:
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु:
- भारतीय शास्त्रीय संगीत में रागों की संख्या बहुत अधिक है, जिसमें 500 से ज़्यादा राग प्रचलित हैं।
- थाट संगीत की एक प्रणाली है जिससे राग उत्पन्न होते हैं; भारतीय संगीत में 10 थाटों का इस्तेमाल किया जाता है।
- संधि प्रकाश राग वह होता है जो दिन और रात के मिलन के समय (संधि) पर गाया जाता है।
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