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गुरुवार, 20 मार्च 2014

सबको नचाएं अपनी धुन पर

सबको नचाएं अपनी धुन पर
सबको नचाएं अपनी धुन पर
शादी हो, जन्मदिन की पार्टी हो या फिर कोई अन्य खुशी का मौका, डिस्क जॉकी के बिना अब पूरा महफिल अधूरा जान पड जाता है। महानगरों में ही नहीं, डिस्क जॉकी की पहुंच आज छोटे शहरों में भी हो रही है। वे अपनी खास अदाओं और हुनर से महफिल में जान डाल देते हैं और छोड जाते हैं जेहन में म्यूजिक का अनोखा रोमांच। यदि आपको भी संगीत का खास शौक है। करेंट म्यूजिक हिट्स, ट्रेंड के बारे में जानकारी रखते हैं, तो डिस्क जॉकी आपके लिए है। 

सुर-ताल के इंजीनियर

सुर-ताल के इंजीनियर
सुर-ताल के इंजीनियर
कल और आज में बहुत फर्क है। अगर आप कुंदनलाल सहगल का कोई रिकॉर्ड सुनते हैं, तो उसमें मूल आवाज सुनने को मिलती है। हवा और आसपास की आवाजें भी उसमें शामिल हो जाती थीं। दरअसल, पहले आवाज को ओरिजनली रिकॉर्ड किया जाता था, परंतु आज उन्नत तकनीक के जरिये उसे रिकॉर्ड किया जाता है और उसमें आवश्यकतानुसार बदलाव लाए जाते हैं। यह सब संभव हो पाया है ऑडियो इंजीनियरिंग से।